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संसदीय समितियां

संसदीय समितियांx सांसद यानी लोकसभा एवं राज्यसभा का भार कम करने की और समय की बचत के लिए संसदीय समितियों की स्थापना की जाती है संसदीय समितियों को दो भागों में बांटा गया है प्रथम स्थाई समितियां द्वितीय तदर्थ समितियां स्थाई समितियां यानी स्टैंडिंग कमेटी यह वह समिति होती है स्थाई प्रकृति की होती है जो निरंतर कार्य करती है और इनका गठन प्रत्येक वर्ष किया जाता है  तदर्थ समितियां यानी एडहॉक कमेटी इनकी प्रकृति अस्थाई होती है और इनका गठन निश्चित एवं विशेष कार्य के लिए किया जाता है और कार्य समाप्त होने के पश्चात इन को समाप्त कर दिया जाता है। स्थाई समितियों को 6 भागों में बांटा गया है वित्तीय समितियां, विभागीय स्थाई समितियां, जांच के लिए गठित समितियां, परीक्षण नियंत्रण के लिए गठित समितियां, सदन के दैनिक कार्यों के लिए संबंधित समितियां, सदन समितियां एवं सेवा समिति। प्रथम वित्तीय समितियां-वित्तीय समिति को तीन भागों में बांटा गया है प्रथम लोक लेखा समिति, द्वितीय प्राक्कलन समिति, तृतीय सार्वजनिक उद्यम समिति लोक लेखा समिति-लोक लेखा समिति यानी पब्लिक अकाउंट्स कमिटी का गठन 1921 में किया गया तथा यह समि...