विवेकानंद का सामाजिक दर्शन क्या है ?
विवेकानंद का सामाजिक दर्शन क्या है ?
वह आधुनिक भारत के महान धर्म गुरु एवं समाजसुधारक थे।
- आध्यात्मिक मानववाद- मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है।
- सार्वभौम धर्म - सभी धर्म समान, धर्म का उद्देश्य मानव कल्याण हैं।
- युवा शक्ति पर बल- युवाओं को राष्ट्र शक्ति माना है।
- दरिद्र नारायण- दरिद्रो, दीन दुखियों की सेवा करना।
- कर्म योगी- व्यक्ति को क्रियाशील होना चाहिए।
- सामाजिक विचार- रूढ़ियों का विरोध, अस्पृश्यता, जाति , वर्णव्यवस्था विरोध, सामाजिक समानता लाना।
- शिक्षा संबंधी विचार- शिक्षा से व्यक्ति को स्वावलंबी बनना, नारी शिक्षा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें