क्वांटम कंप्यूटर

क्वांटम कंप्यूटर



क्वांटम कम्प्यूटिंग दुनिया का नजरिया बदल सकता है यह दवा, कृत्रिम बुद्धिमता, संचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी आदि क्षेत्रों में क्रांति ला सकता है आज क्वांटम कंप्यूटर को बनाने के लिए आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी बड़ी कंपनियां अथक प्रयास कर रही हैं।
क्वांटम कंप्यूटर को जानने से पहले हमें यह जानना होगा कि

क्वांटम फिजिक्स क्या है

(क्वांटम फिजिक्स) भौतिकी विज्ञान का वह भाग है जिसमेंसूक्ष्म पदार्थ जैसे फोटॉन, इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन जैसे सब एटॉमिक पार्टिकल का अध्ययन किया जाता ह। क्वांटम भौतिकी का केंद्रीय सिद्धांत है यह है कि ऊर्जा अविभाज्य पैकेट के रूप में आती है जिसे क्वांटा कहा जाता है।

क्वांटम कंप्यूटर क्या है?

क्वांटम कंप्यूटर ऐसी मशीनें है जो क्वांटम भौतिकी(quantum physics) के गुणों को उपयोग कर डेटा संग्रह और संगणना का कार्य करती है। आज क्लासिकल कंप्यूटर जिसमें स्मार्टफोन, लैपटॉप, टेबलेट आदि शामिल है यह जानकारी को बायनरी कोड में एनकोड करते हैं जिनका परिणाम या तो 0 हो सकता है या या फिर 1 हो सकता है। जबकि क्वांटम कंप्यूटर में क्वांटम बिट्स या क्यूबिट्स का उपयोग किया जाता है। यह उस स्थिति में कार्य करते हैं जहां एक समय में दोनों स्थिति के बीच या फिर दोनों स्थितियों पर कार्य करते हैं। इस स्थिति को सुपरपोजिशन कहते हैं।
उदाहरण के लिए अगर आप एक सिक्का उछालते हैं तो उसका परिणाम या फिर हेड या फिर से टेल रहता है। वहीं यह गणना क्वांटम कंप्यूटर के माध्यम से की जाती है तो सिक्के को उछालने पर सुपर पोजीशन की स्थिति उत्पन्न होती है।जिसमें एक समय में दोनों हेड या दोनों टेल या दोनों हेड और टेल की अनिश्चितता भरी स्थिति जैसा परिणाम प्राप्त होता है। क्वांटम कंप्यूटर अनिश्चितता को पकड़ सकता है। और उसके अनुसार परिणाम को देता है। प्रौद्योगिकी के विकास के साथ साथ समय में क्वांटम कंप्यूटर महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

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