महात्मा गांधी और अंबेडकर के विचारों में अंतर और समानताएं को स्पष्ट कीजिए ?

महात्मा गांधी और अंबेडकर के विचारों में अंतर और समानताएं को स्पष्ट कीजिए ?

  • महात्मा गांधी और बी. आर. अंबेडकर दोनों का साध्य तो एक था किंतु दोनों के अलग-अलग साधन थे।
  • समानताएं
  • दोनों ही महान विभूतियों ने दलितों के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए उनके प्रति समर्पित थे।
  • दोनों ही कल्याणकारी एवं समानता परक समाज का निर्माण करना चाहते थे।
  • दोनों ही स्त्री शिक्षा एवं विधवा पुनर्विवाह के समर्थक थे।
  • अंतर
  • गांधीजी वर्ण व्यवस्था का समर्थन करते थे। तथा वह इसे सामाजिक संगठन की स्वाभाविक नियम मानते थे। जबकि अंबेडकर जी  वर्ण व्यवस्था के घोर विरोधी थे।
  • गांधी वर्ण व्यवस्था के अंतर्गत वंशानुगत व्यवसाय का भी समर्थक करते थे। क्योंकि यह अवस्था जीवन को जीने की राह सिखाती है। लेकिन अंबेडकर जी इसको स्वीकार नहीं करते तथा उन्होंने अपनी पुस्तक व्हू वेयर द शुद्राश में वर्ण व्यवस्था को अवैज्ञानिक, अव्यावहारिक एवं अन्यायपूर्ण बताया है।
  • गांधीजी अस्पृश्यता निवारण के लिए सवर्णों तथा पूंजी पतियों का ह्रदय परिवर्तन को आवश्यक मानते है।
  • जबकि अंबेडकर समाज में बदलाव के लिए संघर्ष को उचित मानते हैं।
  • गांधीजी विकेंद्रीकृत लोकतंत्र के समर्थक थे, जबकि अंबेडकर जी लोकतंत्र के समर्थक थे। उनके अनुसार प्रजातंत्र या लोकतंत्र प्रणाली ऐसी होनी चाहिए जहां समाज में सामाजिक एवं आर्थिक रूप से भेदभाव न हो।

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