कबीर कबीर 15 वी शताब्दी के रहस्यवादी कवि और संत है। इनका जन्म उत्तर प्रदेश के बनारस में हुआ एवं मृत्यु मगहर में हुई। कबीर किसके समकालीन थे कबीर सिकंदर लोदी के समकालीन थे। कबीर (हिंदीसाहित्य) भक्ति काल के ज्ञानाश्रीय निर्गुण काव्य शाखा के प्रवर्तक थे। उनकी वाणी से बहुत से सत्य और उनके कार्यों की जानकारी मिलती है और वह हिंदू और मुस्लिम एकता के समर्थक थे। कबीर के उपदेश रेमनी, सबद और सखियों के जरिए उन्होंने हिंदू और मुस्लिम को उपदेश दिए। वे किसी के साथ पक्षपात नहीं करते थे। उन्होंने सबके भले के लिए उपदेश देते हुए,तत्कालीन समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियां, अनुष्ठान और अंधविश्वासों की कड़ी आलोचना की है। 17 वी शताब्दी से पहले यह कहानी सुनाई जाती थी कि संत कबीर रामानंद के शिष्य थे जिनके कारण मजहिब के लेखकों ने उन्हें वैष्णव बैरागी माना है। उनका झुकाव वैष्णो मत की ओर था जिसका मुख्य कारण था कि उन्होंने ईश्वर को राम वंश माना। परंतु उनके काव्य में राम के परिवार या देवताओं का उल्लेख नहीं मिलता। कबीर का एकेश्वरवाद कबीर ऐसे एकेश्वरवाद की स्थापना करते हैं जिसमें ईश्वर के प्र...
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