महावीर स्वामी का अनेकांतवाद सिद्धांत क्या हैं ?

महावीर स्वामी का अनेकांतवाद सिद्धांत क्या हैं ?

  • यह सिद्धांत जैन दर्शन की तत्व मीमांसा से संबंधित है।
  • अनेकांतवाद, वस्तु के ज्ञान की सापेक्षता का सिद्धांत है। 
  • इस सिद्धांत के अनुसार संसार में अनेक वस्तुए है और प्रत्येक वस्तु के अनंत गुणधर्म है तथा वस्तु के स्वरुप का ज्ञान किसी एक धर्म से होकर उसके सभी धर्मों से होता है।
  • जैन दर्शन मानता है। कि मनुष्यों, पक्षियों, पेड़ मे ही जीव होने के साथ साथ जड़ पदार्थो मे जैसे धातु पत्थर आदि में जीव रहता है। कोई भी वस्तु एकान्त वादी नहीं है।
  • सभी जड़ पदार्थ में भी जीव होता है इसी के आधार पर वह अहिंसा का समर्थन करते हैं।

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