रविंद्रनाथ टैगोर का शिक्षा दर्शन क्या हैं?

रविंद्रनाथ टैगोर का शिक्षा दर्शन क्या हैं?

  • रविंद्रनाथ टैगोर महान दार्शनिक एवं शिक्षाविद थे। शिक्षा दर्शन पर उनके विचार निम्न है

शिक्षा के उद्देश्य

  • आत्म साक्षात्कार, आत्मनिर्भरता, स्वावलंबी बनाना।
  • व्यक्ति का सर्वागीण विकास करना।
  • व्यक्ति का बौद्धिक व शारीरिक विकास करना।
  • दैनिक उपयोगी की शिक्षा प्रदान करना।

शिक्षा के मूल कारक

  • मातृभाषा में शिक्षा होना। 
  • अन्य भाषाओं को भी सीखना।
  • स्त्री पुरुष समान शिक्षा।
  • आवासीय शिक्षण संस्थानों की स्थापना।
  • स्वतंत्रता, प्रेम, अनुशासन,नवाचार

समकालीन शिक्षा को आलोचना

  • हमारी शिक्षा मूल्य विहीन व निर्जीव हो गई हैं।
  • शिक्षा अनुपयोगी है
  • हमारी शिक्षा में रोजगार अभाव है।
  • रविंद्र नाथ टैगोर ने अपने शिक्षण संबंधी विचारों के प्रसार हेतु 1901 में शांतिनिकेतन,1921 में विश्व भारती की स्थापना की।

टिप्पणियाँ

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