संदेश

मार्च, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कोरोना वायरस एक महामारी व विश्व स्वास्थ्य संगठन की घटती हुई भूमिका

हाल ही में सबसे ज्यादा चर्चित कोरोना वायरस रहा है अगर हम इसके बारे में जाने तो इसकी शुरुआत चीन के बुहान शहर से हुई थी । हम शोधकर्ताओं की माने तो अभी तक मिले प्रमाणों से यही पता चलता है यह वायरस शरीर मे प्रवेश करते ही सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री सिंड्रोम सी ओ बी दो नामक रोग फैलाता इसे कोवीड 19 कहा जाता है। इस वायरस का अभी तक जानकारी से पता चलता है की यह वायरस चमगादड़ के संपर्क में आकर विभिन्न जीवो के जरिए मानव शरीर में प्रवेश करता है लेकिन अभी तक यह रहस्य बना हुआ है कि आखिर यह मनुष्य मैं कैसे पहुंचा। वैसे देखा जाए तो शोधकर्ता अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है आखिर कोरोना क्या है और कैसे यह महामारी का रूप धारण किया यह कई वायरसों का एक समूह है जोकि आर एन ए से मिलकर बना होता है यह मुख्य रूप से स्वसन तंत्र को प्रभावित करता है यह वायरस साधारण से सर्दी जुकाम हल्का बुखार सिर दर्द इत्यादि के बाद संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति की मृत्यु तक हो जाती है तथा इस बारिश का अभी तक कोई उपचार उपलब्ध नहीं है इसलिए यह वायरस शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यूनिटी के ऊपर ही निर्भर रहता है यह वायरस आज से पह...

Our solar system ,origin of earth, one star hypothesis, Binary star hypothesis, mordern hypothesis (bigbang hypothesis) theories सौरमंडल एवं पृथ्वी की उत्पत्ति ,बिग बैंग थ्योरी

चित्र
ब्रह्मांड विभिन्न विषमताओं और विविधता से भरा हुआ है। ब्रह्मांड में ऐसे अनेक राज छुपे हुए हैं जिन्हें हम अभी भी जानते नहीं हैं पर विज्ञानिक अभी भी विभिन्न शोध और परीक्षण के आधार पर हमको हमारे सौरमंडल के बारे में विभिन्न जानकारी से अवगत कराते हैं। जिनसे हमें हमारी पृथ्वी मां की उत्पत्ति के बारे में जानकारी प्राप्त होती है । ब्रह्मांड क्या है ? अभी तक हमें इस रहस्यमय ब्रह्मांड के बारे में बहुत कम जानकारी ही उपलब्ध है ।  ब्रह्मांड असीमित है जिसका कोई आकार नहीं है और हम यह भी ज्ञात नहीं कर सकते कि यह कितना बड़ा है। वैज्ञानिकों के अनुसार माने तो ब्रह्मांड का लगातार प्रसार हो रहा है इस ब्रह्मड में विभिन्न तारा, नक्षत्र ,ग्रह, उपग्रह ,ब्लैक होल, आकाशगंगा, सौर परिवार इत्यादि सम्मिलित रूप से इसी का भाग है। पृथ्वी समेत आठ ग्रह के समूह को हमारा सौर परिवार कहा जाता है जिसे समस्त रूप से सौरमंडल कहते है। यह सभी आठ ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं जिसमें सूर्य हमारे सौर परिवार का मुखिया है हमारा सौर परिवार की उत्पत्ति शायद एक ही समय एक ही पदार्थों से हुई होगी। अतः हम यह मान सकते हैं कि सौर परिवा...

Ancient agriculture,green revolution and it's effects भारत में हरित क्रांति का विकास और प्रभाव

चित्र
प्राचीन भारत में कृषि ancient agriculture of india  प्राचीन समय में कृषि के उपकरण मानव प्रकृति से जीवन की जरूरतों को विभिन्न वस्तुओं के रूप में प्राप्त करता है तथा उन वस्तुओं पर कृषि का महत्वपूर्ण योगदान रहता है यह इसलिए कि यह खाद्य वस्तुओं का एकमात्र स्रोत होता है और प्राचीन काल से देखा है देखा जाए तो भारत एक कृषि प्रधान देश है । इसका अंदाजा हम भारत की जनसंख्या से लगा सकते हैं क्योंकि भारत की लगभग 72.2% जनसंख्या गांव में निवास करती है तथा इन गांव वासियों का मुख्य जीवन आधार कृषि होता है । अगर वर्तमान स्वरूप को देखें तो देश की कुल सकल घरेलू आय का लगभग 18% हिस्सा कृषि वानिकी एवं मछली पालन से आता है । अगर हम वर्तमान स्वरूप को देखें तो उद्योगीकरण का विकास अत्यधिक तीव्र गति से हो रहा है किंतु राष्ट्रीय आय का योगदान कृषि में औद्योगिक क्षेत्र से अभी भी अधिक है हम आंकड़ों पर ध्यान दें तो लगभग 64 % जनसंख्या प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर ही निर्भर रहती है । भारत में इस तीव्र विकास के चलते कृषि खाद्यान्नों में बढ़ावा हेतु एवं खाद्य आपूर्ति की समस्या के समाधान हेत...

Multisideness of jain philosophy , anekantvad , anatmvad and syayvad ) अनेकान्तवाद, अनात्मवाद और स्यादवाद ,सप्तभांगनिय सिद्धांत

चित्र
* जैन धर्म में अनेकांतवाद का सिद्धांत महावीर जैन   अनेकांतवाद का सिद्धांत  अनेकांतवाद जैन दर्शन का विशिष्ट सिद्धांत है । इसका अर्थ यह है कि किसी वस्तु का गुण या धर्म नहीं होता अगर इसे हम अन्य शब्दों में समझते हैं ।जो कोई भी वस्तु होती है वह एकांत वादी नहीं होती । जैन धर्म में कहा गया है अनंत धर्मक वस्तु इस दृष्टि से सत्य अथवा तत्व की अनेकांत मूलक है जैन धर्म की मान्यता है । कि केवल पूर्ण ज्ञानी ही सत्य को जान सकता है , इस प्रकार जैन धर्म के इस तत्व मीमांसा सिद्धांत को जिसके अंतर्गत प्रत्येक वस्तु अनेक धर्म गुण वाली मानी जाती है उसे ही अनेकांतवाद कहा जाता है। इस अनेकांतवाद के सिद्धांत पर ही जैन धर्म का स्यादवाद सिद्धांत आधारित है। क्योंकि प्रत्येक वस्तु के अनंत धर्म होते हैं इसलिए किसी भी कथन में उस वस्तु के आंशिक या सापेक्षिक सत्य की ही अभिव्यक्ति हो सकती है संसार में अनेक वस्तुओं है एवं प्रत्येक वस्तु में अनंत धर्म है जैन धर्म में द्रव कहा गया है क्योंकि प्रत्येक वस्तु में अनेक धर्म होते हैं इसलिए किसी भी कथन में उस वस्तु का आंशिक या सापेक्षिक तत्व की अभिव्यक्ति होती है...

Mahavir Jain महावीर जैन,केवल्य ,जिन ,जैन संगीतियां,जैन धर्म के सिद्धांत,पंच महाव्रत

  महावीर  जैन महावीर का जन्म 599 ईसा पूर्व वैशाली के निकट कुंडल गांव आज के मुजफ्फरपुर बिहार में हुआ था   पिता का नाम सिद्धार्थ जोकि ज्ञात्रक क्षत्रिय संघ के प्रधान थे इनकी माता का नाम त्रिशला जो वैशाली के लिच्छवी कुल के प्रमुख चेटक की बहने थी इनके बचपन का नाम बर्द्धमान था इनका विवाह कुंडीय गोत्र की यशोदा से हुआ और उनसे एक पुत्री अनुजा का जन्म हुआ जिसका विवाह जमाली के साथ संपन्न किया गया *12 वर्ष की कठोर तपस्या के पश्चात वर्धमान को 42 वर्ष की अवस्था में जुंबीका ग्राम के रिजुपालिका नदी के तट के निकट के केवल्य की प्राप्ति हुई जिसके पश्चात वर्धमान केवलिन्य या जिन कहलाए अंततः 72 वर्ष की अवस्था में 527 ईसा पूर्व पावापुरी मैं इनकी मृत्यु हुई कुछ महत्वपूर्ण शब्द जिन - मतलब विजेता जिसको इंद्रियों पर विजय प्राप्त की या नियंत्रण हो केवल्य - जैन धर्म में इसका अर्थ ज्ञान प्राप्त करना *  जैन धर्म जैन धर्म की स्थापना निर ग्रंथ रूप से प्रथम तीर्थकार ऋषभदेव द्वारा की गई और जैन धर्म में अभी तक कुल 24 तीर्थकार हुए हैं ऋग्वेद से ऋषभदेव एवं अरिष्ठनेमी की जानक...

What is corona virus क्रोना वायरस क्या है

चित्र
हाल ही में चर्चित कोरोना वायरस का मामला चीन के बुहान शहर से उत्पन्न हुआ जो विश्व के लगभग 160 देशों में यह महामारी के रूप में फैल चुका है जो कि एक गंभीर समस्या है क्रोना वायरस क्या है ?  * यह वायरस कई प्रकार के वायरसों का समूह है जो कि जानवरों में पाया जाता है जानवरों से  मनुष्यों में आया है और अब मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण फैला रहा है तथा यह मुख्य रूप से स्वसन तंत्र प्रभावित करता है * यह एक आर एन ए वाइरस है जो कि सार्स सीवियर एक क्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम है इस वायरस से कोविड 19 टाईप 2 प्रकार का रोग होता है क्रोना शब्द की उत्पत्ति लेटिन भाषा के शब्द क्राउन से हुई है जिसका अर्थ है मुकुट अगर हम इस वायरस को माइक्रोस्कोप से देखते हैं तो वायरस के कण इर्द गिर्द कांटे के समान उभरे हुए प्रतीत होते है क्या क्रोना वायरस का उपचार है ? इस वायरस की रोकथाम के लिए अभी तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है तथा इसका उपचार शरीर की इम्यूनिटी और प्रतिरक्षा प्रणाली पर निर्भर करता है क्रोना वायरस के लक्षण सर्दी जुखाम बुखार अकड़न सूखी खांसी आदि क्रोना वायरस के रोकथाम के लिए उपाय * सामाज...

Big Bang theory /बिग बैंग थ्योरी

चित्र
ब्रह्मांड एक रहस्य से भरा हुआ जब कभी हम रात में तारो को आसमान में देखते है तो हमारे मन में ये प्रश्न जरूर आता की आखिर ब्रह्मांड की शुरूआत केसे हुई होगी। बिग बैंग थ्योरी बिग बैंग के बारे में सर्वप्रथम बेल्जियम के विद् जार्ज लेमेंटियार ने द्वारा सिद्धांत प्रस्तुत किया । जिसके अनुसार ब्रह्मांड का सारा पदार्थ एक अति सघन बिंदु में संक्रेदित था और फिर अत्याधिक दबाव के कारण एक महबिष्फोट हुआ जिसके बाद पदार्थों का बिखराव हुआ और ब्रह्मांड की रचना हुई । इसे महाबिस्फोटक सिद्धांत या बिग बैंग थ्योरी के नाम से जाना जाता है महाविस्फोट की यह घटना जो आज से लगभग 13.78 बिलियन वर्ष पूर्व घटित हुई थी आखिर इस थ्योरी को क्या माना जाता है इसकी पुष्टि के लिए  संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने बिग बैंग दशाओं को समझने के लिए एक मॉडल प्रस्तुत किया है जिसके अनुसार वैज्ञानिकों ने माइक्रोवेव तरंगों का अध्ययन किया और इस सिद्धांत की पुष्टि का समर्थन किया रेडशिफ्ट ऑफ लाईट